देख के जीवन के कष्टों को हे पथिक तुम नहीं डरो होने दो खुद को उल्लसित, होगी भोर तुम धीर धरो ... देख के जीवन के कष्टों को हे पथिक तुम नहीं डरो होने दो खुद को उल्लसित, ह...
प्रमुदित मन आज विकल भी है, है शान्त किन्तु चंचल भी है। प्रमुदित मन आज विकल भी है, है शान्त किन्तु चंचल भी है।
पुलकित हृदय का हर्ष। तुम्ही मेरा जीवन हो, तुम्ही मेरी जिंदगी हो। पुलकित हृदय का हर्ष। तुम्ही मेरा जीवन हो, तुम्ही मेरी जिंदगी हो।
मयूर नृत्य हो जाता अविराम मयूर नृत्य हो जाता अविराम
मतलब तुम ही हो जिसकी मुझे तलाश थी। मतलब तुम ही हो जिसकी मुझे तलाश थी।
कभी ये करती पुलकित सबको, कभी आक्रोश दिखाती है। दर्द दबा जो मेरे भीतर, उसे जगा कर जाती है। कभी ये करती पुलकित सबको, कभी आक्रोश दिखाती है। दर्द दबा जो मेरे भीतर, उ...